परिचय (Introduction)
कंप्यूटर की सम्पूर्ण जानकारी- हिंदी में- कम्प्यूटर’ शब्द की उत्पत्ति अंग्रेजी भाषा के ‘कम्प्यूट’ (Compute) शब्द से हुई है, जिसका अर्थ है- गणना करना। अतः कम्प्यूटर का अर्थ है-गणना करने वाला। अन्य शब्दों में, कम्प्यूटर ऐसी मशीन है जो गणनाएँ करने में हमारी सहायता करती है, इसलिए इसे ‘संगणक’ कहा जाने लगा था। किन्तु वर्तमान में इसका कार्यक्षेत्र बहुत अधिक विस्तृत और व्यापक हो चुका है, इसकी क्षमताओं और विशेषताओं को देखकर इसका नाम कम्प्यूटर ही प्रचलित हो गया।
कम्प्यूटर क्या है? (What is Computer)
कम्प्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है, जिसमे डाटा को प्राप्त, संग्रहीत अथवा प्रदर्शित करने की क्षमता होती है। कम्प्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का ऐसा संयोजन है, जो डाटा (Data) को सूचना (Information) में परिवर्तित करता है।कम्प्यूटर आधारित डाटा तैयार करने वाले व्यक्ति यूजर कहलाते हैं।
कम्प्यूटर शब्दावली में प्रयोग होने वाली कुछ पद निम्न प्रकार हैं।
- हार्डवेयर (Hardware): यह कम्प्यूटर का वह भाग होता है जिसे हम स्पर्श कर सकते हैं, जैसे कीबोर्ड, माउस आदि।
- सॉफ्टवेयर (Software): कम्प्यूटर को सुचारु रूप से चलाने के लिए सॉफ्टवेयर की आवश्यकता होती है, जैसे वेब ब्राउजर, ऑपरेटिंग सिस्टम आदि।
- डाटा (Data): यह तथ्यों तथा सूचनाओं का अव्यवस्थित समूह होता है।
- प्रोसेसिंग (Processing): यह सूचना में परिवर्तित करने के लिए डाटा पर किए गए कार्यों का क्रम है।
- सूचना (Information): जब डाटा को उपयोगी बनाने के लिए इसे व्यवस्थित संगठित तथा संचारित किया जाता है, तो प्राप्त डाटा सूचना कहलाती है।
- निर्देश (Instruction): यह यूजर द्वारा कम्प्यूटर लैंग्वेज में कम्प्यूटर को दिए गए कमाण्ड्स हैं।
- प्रोग्राम (Program): यह निर्देशों का समूह होता है, जो कार्य करने के क्रम में कम्प्यूटर को दिए जाते हैं।
कम्प्यूटर की कार्यपद्धति
कम्प्यूटर के द्वारा निम्न चार कार्य किए जा सकते हैं:
- इनपुट (Input): कम्प्यूटर में डाटा या सूचना को भेजना, इनपुट कहलाता है। यह सेण्ट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (Central Processing Unit-CPU) के लिए डाटा और निर्देश भेजता है।
- प्रोसेसिंग (Processing): सेण्ट्रल प्रोसेसिंग यूनिट कम्प्यूटर के निर्देशों को एक्जिक्यूट करता है। यह कम्प्यूटर के द्वारा कैलकुलेशन, तुलनात्मक कार्य व निर्णयक कार्यों में सहायता करता है।
- आउटपुट (Output): यह उपयोगकर्ता को संसाधित डाटा उपलब्ध कराता है। यह कम्प्यूटर से प्राप्त होने वाले परिणामों को इनपुट निर्देशों के अनुसार यूजर के समक्ष प्रस्तुत करता है।
- स्टोरेज (Storage): यह डाटा और प्रोग्राम को स्थायी रूप से स्टोर करते हैं। इसका प्रयोग किसी प्रोग्राम पालन (Program Execution) के समय सूचनाएं स्टोर करने के लिए किया जाता है और इसमें से कोई भी सूचना प्राप्त करना सम्भव होता है।
कम्प्यूटर की विशेषताएँ (Characteristics of Computer)
कम्प्यूटर की मुख्य विशेषताएँ निम्न हैं:
- गति (Speed): कम्प्यूटर एक सेकेण्ड में लाखों गणनाएँ करता है। वर्तमान समय में कम्प्यूटर नैनो सेकेण्ड (10⁹सेकेण्ड) मे भी गणनाएँ कर सकता है।
- त्रुटि रहित कार्य (Accuracy): कम्प्यूटर कठिन से कठिन प्रश्न का बिना किसी त्रुटि के परिणाम निकाल देता है। गणना के दौरान अगर कोई त्रुटि पाई भी जाती है तो वह गलती प्रोग्राम या डाटा में मानवीय गलतियों के कारण होती है।
- स्टोरेज क्षमता (Storage Capacity): कम्प्यूटर अपनी मैमोरी में सूचनाओं का विशाल भण्डार संचित कर सकता है। इसमें अथाह आँकड़ों एवं प्रोग्रामों के स्टोरेज की क्षमता होती है।
- बहुउद्देशीय (Versatile): कम्प्यूटर की सहायता से विभिन्न प्रकार के कार्य सम्पन्न किए जा सकते हैं। आधुनिक कम्प्यूटरों में, अलग-अलग प्रकार के कार्य एक साथ करने की क्षमता होती है।
- गोपनीयता (Secrecy): पासवर्ड के प्रयोग द्वारा कम्प्यूटर के कार्य को गोपनीय बनाया जा सकता है।
- सक्षमता (Diligence): एक मशीन होने के कारण कम्प्यूटर पर बाहरी वातावरण का कोई प्रभाव नहीं पड़ता। वह किसी भी कार्य को बिना रुके लाखों-करोड़ों बार कर सकता है।
- स्वचालित (Automatic): कम्प्यूटर एक स्वचालित मशीन है जिसमें गणना के दौरान मानवीय हस्तक्षेप की सम्भावना नगण्य रहती है। हालांकि कम्प्यूटर को कार्य करने के लिए निर्देश मनुष्य द्वारा ही दिए जाते हैं।
- विश्वसनीयता (Reliability): कम्प्यूटर की याद रखने की शक्ति एवं शुद्धता बहुत उच्च कोटि की होती है, इसलिए इसमें या इससे जुड़ी सारी क्रियाएं विश्वसनीय होती हैं। यह वर्षों तक कार्य करने के बाद भी थकता नहीं है तथा कई वर्षों के बाद भी यह अपनी मैमोरी मे से डाटा को बिना परेशानी के प्रदान कर सकता है।
कम्प्यूटर की सीमाएँ (Limitations of Computer)
किसी कार्य को कुछ विशेषताएँ हैं, तो उसकी कुछ सीमाएँ भी होती हैं। इसी प्रकार कम्प्यूटर की भी कुछ सीमाएँ हैं, जो निम्न प्रकार है:
- बुद्धिहीन (No IQ): कम्प्यूटर एक मशीन है, जिसमें स्वयं सोचने-समझने की क्षमता नहीं होती। कम्प्यूटर केवल दिए गए निर्देशों के आधार पर ही कार्य करता है।
- महँगा (Expensive): कम्प्यूटर के सॉफ्टवेयर तथा हार्डवेयर प्रारम्भ में काफी महंगे होते थे, लेकिन कम्प्यूटर के विकास के साथ ही उनकी दरों में भी कमी आई है।
- विद्युत पर निर्भरता (Depends on Electricity): कम्प्यूटर एक यान्त्रिक मशीन है जिस कारण कम्प्यूटर को क्रियाशील करने के लिए विद्युत एक अनिवार्य आवश्यकता है। विद्युत के अभाव में कम्प्यूटर एक डिब्बे के समान होता है।
- वायरस से प्रभाव (Effects from Virus): कम्प्यूटर के लिए वायरस एक बहुत बड़ा खतरा है। कोई भी वायरस, कम्प्यूटर की कार्य क्षमता को प्रभावित करके उसमें संग्रहीत सूचना तथा निर्देशों को नष्ट कर सकता है। अत: कम्प्यूटर को एण्टीवायरस सॉफ्टवेयर के द्वारा वायरस से बचाकर रखना चाहिए।
कम्प्यूटर के अनुप्रयोग (Applications of computer)
आधुनिक युग में शायद ही कोई ऐसा क्षेत्र हो, जहाँ कम्प्यूटर का प्रयोग न होता हो। कुछ मुख्य क्षेत्रों में कम्प्यूटर के अनुप्रयोग निम्नलिखित है:
- शिक्षा (Education): इण्टरनेट के माध्यम से हम किसी भी विषय की जानकारी कुछ ही क्षणों में प्राप्त कर सकते हैं।मल्टीमीडिया के विकास और इण्टरनेट की सुलभता ने कम्प्यूटर को विद्यार्थियों के लिए अत्यन्त उपयोगी बना दिया है।
- बैंक (Bank): बैंकिंग क्षेत्र में तो कम्प्यूटर के अनुप्रयोग ने क्रान्ति ही ला दी है। आज बैंकों के अधिकांश समयसाध्य कार्य जैसे ऑनलाइन बैंकिंग, एटीएम द्वारा पैसे निकालना, चेक का भुगतान, रुपया गिनना इत्यादि कम्प्यूटर के द्वारा सहज ही सम्भव है।
- संचार (Communication): कम्प्यूटर के प्रयोग ने संचार के क्षेत्र में इण्टरनेट के प्रयोग को सम्भव बनाया है। आधुनिक संचार व्यवस्था की तो कम्प्यूटर के अभाव में कल्पना भी नहीं की जा सकती। टेलीफोन और इण्टरनेट ने संचार क्रांति को जन्म दिया है। तंतु प्रकाशिकी संचरण में भी कम्प्यूटर का प्रयोग किया जाता है।
- स्वास्थ्य (Health): चिकित्सा के क्षेत्र में कम्प्यूटर का अनुप्रयोग विभिन्न शारीरिक रोगों का पता लगाने के लिए किया जाता है। रोगों का विश्लेषण तथा निदान भी कम्प्यूटर द्वारा सम्भव है। आधुनिक युग में, एक्स रे, सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउण्ड इत्यादि विभिन्न जाँचो में कम्प्यूटर का प्रयोग विस्तृत रूप से हो रहा है।
- वायुयान तथा रेलवे आरक्षण (Air-lines and Railway Reservation): एक स्थान से दूसरे स्थान पर वायुयान तथा रेल द्वारा जाने के लिए आरक्षण कम्प्यूटर द्वारा ही किए जाते हैं तथा कम्प्यूटर द्वारा ही हम घर बैठे निर्धारित समय की भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
- मनोरंजन (Recreation): मनोरंजन के क्षेत्र में कम्प्यूटर का उपयोग प्राय: सिनेमा, टेलीविजन कार्यक्रमों, वीडियो गेम इत्यादि रूपों में किया जाता है। मल्टीमीडिया के प्रयोग ने तो कम्प्यूटर को बहुआयामी बना दिया है।
- प्रशासन (Adminstration): हर एक संस्थान में अपना एक आन्तरिक प्रशासन होता है और प्रशासनिक कार्य कम्प्यूटर्स से ही किए जाते हैं।
- सुरक्षा (Security): आज बिना कम्प्यूटर के हमारी सुरक्षा व्यवस्था बिल्कुल कमजोर हो जाएगी। एयरक्राफ्ट को ट्रैक करने, हवाई हमले आदि में कम्प्यूटर का इस्तेमाल किया जाता है।
- वाणिज्य (Commerce): दुकान, बैंक, बीमा, क्रेडिट कम्पनी आदि में कम्प्यूटर का अधिकतम उपयोग करते हैं। कम्प्यूटर के बिना काम करना वित्तीय दुनिया के लिए असम्भव हो गया है।
- विज्ञान और इंजीनियरिंग (Science and Engineering): कम्प्यूटर का उपयोग कठिन गणितीय और वैज्ञानिक गणनाओं को करने में किया जाता है। इनके अतिरिक्त, कम्प्यूटर कई तरह के रिकॉर्ड का संग्रहण करने, अकाउण्ट्स, पुस्तकालय में किताबों या पत्रिकाओं को सहेजने में भी सहायता करता है।
- उद्योग (Industry): बहुत सारे औद्योगिक संस्थान, जैसे स्टील, कैमिकल, तेल कम्पनी आदि कम्प्यूटर पर निर्भर हैं। संयन्त्र प्रक्रियाओं के वास्तविक नियन्त्रण के लिए भी कम्प्यूटर का उपयोग करते हैं।